


हिंदू धर्म में धनतेरस का बहुत खास महत्व होता है, जो इस बार 18 अक्टूबर, शनिवार को पड़ रही है। वहीं, 19 अक्टूबर को भी त्रयोदशी तिथि व्याप्त हो रही है। ऐसे में अगर आप 18 अक्टूबर को खरीदारी न कर पाएं तो अगले दिन 19 अक्टूबर को शुभ मुहूर्त में खरीदारी कर सकते हैं। साथ ही, इस दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर देवता और माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान होता है। ऐसा करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन खरीदारी करना बेहद शुभ होता है। ऐसे में सोना-चांदी और बर्तन के अलावा कुछ विशेष चीजें घर लाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इससे धन-धान्य में वृद्धि होती है और जीवन से दुर्भाग्य दूर हो सकता है।
धन में वृद्धि का संकेत धनिया
ऐसी मान्यता है कि धनिया धन में वृद्धि का संकेत होता है। ऐसे में धनतेरस के दिन धनिया खरीदकर जरूर लाना चाहिए। इसके बाद, माता लक्ष्मी को उसे अर्पित करें और उसमें कुछ दाने निकालकर अपने गमले में बो दें। कहा जाता है कि अगर बोए हुए धनिया से पौधा निकल आए तो जातक के घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है और जीवन में खुशहाली आती है।
धनतेरस पर जरूर लाएं सुपारी
धनतेरस के दिन पूजा में सुपारी प्रयोग करना बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि सुपारी यमदेव, ब्रह्मदेव, इंद्रदेव और वरुण देव का प्रतीक होती है। धनतेरस के दिन पूजा में प्रयोग की गई सुपारी को उठाकर अपने घर की तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में कभी भी पैसों की तंगी नहीं होती है।
माता लक्ष्मी का प्रिय भोग बताशा
धनतेरस के शुभ अवसर पर घर में बताशा जरूर खरीदकर लाना चाहिए और इसे माता लक्ष्मी को भोग के रूप में चढ़ाएं। मान्यता है कि बताशा मां लक्ष्मी का प्रिय भोग है और इसे शुभ कार्यों में भी प्रयोग किया जाता है। ऐसे में श्रद्धापूर्वक पूजा करने के साथ-साथ देवी के बताशे का भोग लगाने से जातक के जीवन से दुर्भाग्य दूर हो सकता है और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।